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धर्म एवं दर्शन >> आदित्य हृदय स्तोत्र

आदित्य हृदय स्तोत्र

अगस्त्य ऋषि

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :34
मुखपृष्ठ : Ebook
पुस्तक क्रमांक : 9544
आईएसबीएन :9781613012512

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भगवान सूर्य की आराधना

9544_AadityaHridayaStotra by Agstya Rishi हिन्दूधर्म में भगवान सूर्यदेव की उपासना सेहत और ऊर्जा देने वाली मानी गई है। ये दोनों बातें सफलता, यश व प्रतिष्ठा बढ़ाती हैं।  खासतौर पर पितृपक्ष में सूर्य पूजा तो पितृदोष की वजह बनने वाले सभी ग्रहों की शांति कर तमाम परेशानियों को दूर कर देती है। सूर्य उपासना के लिए ही आदित्यहृदय स्तोत्र के पाठ का शुभ प्रभाव मनचाहे मकसद को पूरा करने में बड़ा ही मंगलकारी व चमत्कारी माना गया है।

अगर आप भी मनचाही खुशियों व कामयाबी पाने की कवायद कर रहें हैं तो यथासंभव हर रोज या कम से कम सूर्य उपासना के विशेष दिन रविवार को पाठ करना न चूकें। आदित्यहृदय स्तोत्र के ये विशेष सूर्य मंत्र व सूर्य पूजा का सरल तरीका -

रविवार को प्रातःकाल स्नान करके पूर्व दिशा की ओर मुँह करके गंगाजल से
सूर्य को अर्ध्य दें। सूर्यदेव की लाल फूल, लाल चंदन, अक्षत, धूप, दीप से पूजा कर इस आदित्यहृदय स्तोत्र का तीन बार पाठ करें।

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