मूल्य रहित पुस्तकें >> उपयोगी हिंदी व्याकरण उपयोगी हिंदी व्याकरणभारतीय साहित्य संग्रह
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हिंदी के व्याकरण को अधिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
1.2 गुण संधि: यदि अ और आ के आगे इ या ई, उ या ऊ, ऋ स्वर आते हैं,
तो दोनों के मिलने से क्रमशः ए, ओ और अर् हो जाते हैं, जैसे –
(क) अ + इ = ए देव + इंद्र = देवेंद्र
अ + ई = ए नर + ईश = नरेश
आ + इ = ए यथा + इष्ट = यथेष्ट
आ + ई = ऐ रमा + ईश = रमेश
(ग) अ + उ = ओ वीर + उचित = वीरोचित
अ + ऊ = ओ जल + ऊर्मि = जलोर्मि
आ + उ = ओ महा + उत्सव = महोत्सव
आ + ऊ = ओ गंगा + उर्मि = गंगोर्मि
(घ) उ + ऋ = अर् राज + ऋषि =
राजर्षि
आ + ऋ = अर् महा + ऋषि = महर्षि
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