मूल्य रहित पुस्तकें >> उपयोगी हिंदी व्याकरण उपयोगी हिंदी व्याकरणभारतीय साहित्य संग्रह
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हिंदी के व्याकरण को अधिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
रूपावली वर्ग (1) पुंलिंग आकारांत
विभक्ति | एकवचन | बहुवचन |
मूल (परसर्ग रहित) | लड़का, घोड़ा | लड़के, घोड़े (-ए) |
तिर्यक (परसर्ग सहित) | लड़के, घोड़े (-ए) | लड़कों, घोड़ों (-ओ) |
संबोधन | हे लड़के (-ए) | हे लड़कों (-ओ) |
टिप्पणी : ( ) कोष्ठक में प्रत्यय दिए गए हैं जो मूल शब्द के साथ
लगते हैं। (0) का तात्पर्य शून्य है। अर्थात् यहाँ कोई भी प्रत्यय नहीं लगता
है।
अपवाद: निम्नलिखित प्रकार के आकारांत शब्द इस रूपावली वर्ग में नहीं
आते हैं। नीचे दी गई रूपावली-2 के अंतर्गत आते हैं।
क. कुछ आकारांत संस्कृत शब्द: राजा, पिता, योद्धा, दाता,
महात्मा, नेता, ब्रह्मा आदि।
ख. कुछ आकारांत रिश्ता-सूचक शब्द: नाना, बाबा, मामा, चाचा,
दादा, जीजा आदि।
ग. कुछ आकारांत देशी/तद्भव शब्द: मुखिया, अगुआ आदि।
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