नई पुस्तकें >> प्रेरक कहानियाँ प्रेरक कहानियाँडॉ. ओम प्रकाश विश्वकर्मा
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सभी आयुवर्ग के पाठकों के लिये प्रेरक एवं मार्गदर्शक कहानियों का अनुपम संग्रह
सहनशीलता
बंगाल में एक प्रसिद्ध विद्वान हुए हैं-श्री विश्वनाथ शास्त्री। वे एक बार अन्य विद्वानों के साथ शास्त्रार्थ कर रहे थे। जब विपक्ष के विद्वान शास्त्रार्थ में पराजित होने लगे तो उस पक्ष के एक विद्वान ने सूंघने की तम्बाकू की डिबिया खोल कर सारी तम्बाकू विश्वनाथ शास्त्री के मुख पर फेंक दी।
शास्त्री जी ने तुरन्त मुख पर पड़ी तम्बाकू पोंछ डाली और हँसते हुए बोले, "यह तो कुछ क्षण के लिए प्रसंग के बाहर की बात हो गयी। अब हम लोग अपने मूल विषय पर बात करें।"
शास्त्री जी का पाण्डित्य विपक्ष को पराजित कर पाता या नहीं, यह तो कहा नहीं जा सकता किन्तु उनकी सहनशीलता ने विपक्ष को तत्काल पराजित कर दिया। दूसरे पक्ष के विद्वान् लज्जित होकर उनसे क्षमा माँगने लगे।
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