नई पुस्तकें >> प्रतिभार्चन - आरक्षण बावनी प्रतिभार्चन - आरक्षण बावनीसारंग त्रिपाठी
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५२ छन्दों में आरक्षण की व्यर्थता और अनावश्यकता….
समर्पण
प्रतिभा के धनी किन्तु
आरक्षण-पीड़ित-शोषित
राष्ट्र के युवा वर्ग
एवम्
बुद्धिजीवी-समाज
को
सादर समर्पित
विनयावनत
सारंग त्रिपाठी
कानपुर
सारंग त्रिपाठी
कानपुर
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