आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री की असंख्य शक्तियाँ गायत्री की असंख्य शक्तियाँश्रीराम शर्मा आचार्य
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गायत्री की शक्तियों का विस्तृत विवेचन
ऐहिकामुष्मिकप्रदा
पारलौकिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए तो गायत्री की उपयोगिता निर्विवाद है ही, इहलौकिक कामनाओं की पूर्ति में भी वह कम सहायक सिद्ध नहीं होती। यों तो यह अनुचित और असंबद्ध कामनाओं को शांत कर देती है या फिर ऐसा सुझा देती है, जिस पर चलकर मनुष्य अपनी अभीष्ट कामनाओं को प्राप्त करने के साधन जुटा सकें। दोनों में से कोई मार्ग क्यों न निकले इतना अवश्य होता है कि साधक का मन कामना से संतप्त नहीं रहता है। उसे किसी-न-किसी प्रकार मानसिक शांति का द्वार अवश्य मिल जाता है।
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