आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री की असंख्य शक्तियाँ गायत्री की असंख्य शक्तियाँश्रीराम शर्मा आचार्य
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गायत्री की शक्तियों का विस्तृत विवेचन
कमंडलुधरा
गायत्री के चित्रों में, मूर्तियों में उसे कमंडलुधारिणी बताया है। कमंडलु, का जल शांति का, स्नेह का, सद्भाव का, वात्सल्य का प्रतीक है। गायत्री माता के एक हाथ में वह दिव्य अमृत भरा है। उसकी गोद में चढ़कर पयपान करने का प्रयत्न करने वाले उपासक को यह कमंडलु भरा अमृत पीने का अवसर सहज ही प्राप्त हो जाता है।
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