आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री प्रार्थना गायत्री प्रार्थनाश्रीराम शर्मा आचार्य
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गायत्री प्रार्थना
प्रात: प्रार्थना
वह शक्ति हमें दो दयानिधे।
वह शक्ति हमें दो दयानिधे, कर्त्तव्य मार्ग पर डट जावें।
पर सेवा पर उपकार में हम, निज जीवन सफल बना जावें।।
हम दीन दुःखी निबलों विकलों, के सेवक बन संताप हरें।
जो हों भूले भटके बिछुड़े, उनको, तारें खुद तर जावें।।
छल द्वेष दम्भ पाखण्ड झूठ, अन्याय से निश-दिन दूर रहें।
जीवन हो शुद्ध सरल अपना, शुचि प्रेम सुधा-रस बरसावें।।
निज आन मान मर्यादा का, प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे।
जिस देव भूमि में जन्म लिया, बलिदान उसी पर हो जावें।।
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