आचार्य श्रीराम शर्मा >> घरेलू चिकित्सा घरेलू चिकित्साश्रीराम शर्मा आचार्य
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भारतीय घरेलू नुस्खे
संतत ज्वर
हर वक्त थोड़ा-बहुत बना रहने वाला बुखार
(१) कुटकी, त्रायमाण, सारिबा नागरमोथा, चित्रक जवासा-यह दो-दो तोले लेकर आधा सेर पानी में पकावें। जब आध पाव रह जाए तो छान कर छः माशा शहद मिलाकर पीएँ।
(२) सत गिलोय १।। माशा शहद में मिलाकर चाटे।
(३) अजवायन ६ माशा एक दिन-एक रात पानी में भिगोवें, दूसरे दिन उसे सिल पर आध पाव पानी के साथ पीसकर छान लें।
एक कुल्हड़ आग में खूब लाल करके उसमें इस पानी को डालें। डालते समय जो भाप निकलती है, उसे मुँह और छाती पर लें और दवा को छानकर जरा-सा काला नमक मिलाकर पीवें।
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