आचार्य श्रीराम शर्मा >> जगाओ अपनी अखण्डशक्ति जगाओ अपनी अखण्डशक्तिश्रीराम शर्मा आचार्य
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जगाओ अपनी अखण्डशक्ति
विनम्र निवेदन
प्रिय पाठक-गण।
'युवाओ। जगाओ अपनी अखण्ड शक्ति' का पुस्तक रूप आपके सख्त है। इस पुस्तक का इस रूप में आपके समक्ष होना इसमे मेरा कुछ भी प्रयत्न नही है, यह केवल प्रभु श्री रामकृष्ण देव की अपार कृपा, संतों के आशीर्वाद एवं प्रेरणा का फल है। मैंने तो कभी स्वप्न में भी कल्पना नहीं की थी कि कभी मेरे द्वारा पुस्तक लेखन जैसा कार्य भी सम्पादित होगा। इस पुस्तक में लिखे गये सभी लेख प्रारम्भ में केवल युवध्यों एव बच्चों के कल्याण हेतु तथा उनमें व्यक्तिगत रूप से वितरण हेतु लिये गये थे जिन्हें आज आप प्रभु कृपा एवं प्रेरणा से पुस्तक रूप मे देख रहे हैं।
अन्त में मेरी ईश्वर से यह हार्दिक प्रार्थना है कि प्रभु पुस्तक की लेखन सामग्री को अपनी कृपा दृष्टि एवं शक्ति प्रदान करे जिससे देश के युवा जाग्रत, शक्तिवान एवं वीर्यवान बनकर जगत की सेवा द्वारा अपना तथा अपनों का उद्धार कर सके तथा ईश्वर की अनन्त शक्ति एवं कृपा प्राप्त कर सकें।
- श्रीरंजन दीक्षित
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