स्वास्थ्य-चिकित्सा >> आरोग्य कुंजी आरोग्य कुंजीमहात्मा गाँधी
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गाँधी जी द्वारा स्वास्थ्य पर लिखे गये लेख
५. वायु-हवा
जैसे पहले चार तत्त्व उपयोगी हैं वैसे ही यह पांचवां तत्त्व भी अत्यन्त उपयोगी है। जिन पाँच तत्त्वोंका यह मनुष्य-शरीर बना है, उनके बिना मनुष्य टिक ही नहीं सकता। इसलिए वायुसे किसीको डरना नहीं चाहिये। आम तौर पर हम जहां कहीं जाते हैं, वहां घरमें वायु और प्रकाशका प्रवेश बन्द करके आरोग्यको खतरेमें डालते हैं। सच तो यह है कि यदि हम बचपनसे ही हवाका डर न रखना सीखे हों, तो शरीरको हवा सहन करनेकी आदत हो जाती है और जुकाम बलगम इत्यादिसे हम बच जाते हें। हवाके प्रकरणमें इस बारेमें मैं लिख चुका हूँ। इसलिए वायुके विषयमें यहां अधिक कहनेकी आवश्यकता नहीं रहती।
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