कविता संग्रह >> अंतस का संगीत अंतस का संगीतअंसार कम्बरी
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मंच पर धूम मचाने के लिए प्रसिद्ध कवि की सहज मन को छू लेने वाली कविताएँ
कलाकार सब 'कम्बरी', झुका रहे हैं
शीश।
दे दो 'माँ वागेश्वरी', कवियों को आशीष।।
दे दो 'माँ वागेश्वरी', कवियों को आशीष।।
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