| धर्म एवं दर्शन >> भज गोविन्दम् भज गोविन्दम्आदि शंकराचार्य
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ब्रह्म साधना के साधकों के लिए प्रवेशिका
     भज गोविन्दं भज         गोविन्दं, 
       गोविन्दं भज         मूढ़मते।
       संप्राप्ते         सन्निहिते काले, 
       न हि न हि रक्षति         डुकृञ्करणे ॥ 1 ॥
     (भज गोविन्दं भज गोविन्दं,...)
     
     हे       मूर्ख मानव ! गोविन्द को भजो, गोविन्द को भजो, गोविन्द को ही भजो। जब       तुम्हारी मृत्यु की निर्धारित घड़ी आ डायेगी, तब व्याकरण के नियमें का       रटना तुम्हारी रक्षा नहीं कर सकेगा। 1 । 
     (गोविन्द को भजो, गोविन्द को भजो,.....)
     
     bhajagovindam       bhajagovindam
     govindam       bhajamuudhamate
     sampraapte       sannihite kaale
     nahi nahi rakshati       dukrijnkarane ॥ 1 ॥
     
     O       deluded minded friend, chant Govinda, worship Govinda, love Govinda as       memorizing the rules of grammar cannot save one at the time of death.       ॥1॥
     			
		  			
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