कविता संग्रह >> स्वैच्छिक रक्तदान क्रांति स्वैच्छिक रक्तदान क्रांतिमधुकांत
|
5 पाठकों को प्रिय 321 पाठक हैं |
स्वैच्छिक रक्तदान करना तथा कराना महापुण्य का कार्य है। जब किसी इंसान को रक्त की आवश्यकता पड़ती है तभी उसे इसके महत्त्व का पता लगता है या किसी के द्वारा समझाने, प्रेरित करने पर रक्तदान के लिए तैयार होता है।
राजनीति
आपकी ... .... ....
आपकी पार्टी की
समाज में प्रतिष्ठा।
जनता विश्वास खोजती
आपको वोट देती।
निष्ठावान, सजग कार्यकर्ता
उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा
सच्चे कार्यकर्ता पहचानिए
मानवता के लिए
रक्तदान शिविर लगवाइये।
पार्टी-फण्ड के साथ
ब्लड-फण्ड जुटाइए।
प्रतिष्ठा बढेगी
पार्टी की छवि निखरेगी
रक्तदानी पार्टी कहलाएगी
जनता, आपके साथ,
रक्तदान करेगी।
खून का रिश्ता बन जाएगा
समाज-देश विकसित हो जाएगा
सपना पूरा हो जाएगा।
0 0
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book