कविता संग्रह >> स्वैच्छिक रक्तदान क्रांति स्वैच्छिक रक्तदान क्रांतिमधुकांत
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स्वैच्छिक रक्तदान करना तथा कराना महापुण्य का कार्य है। जब किसी इंसान को रक्त की आवश्यकता पड़ती है तभी उसे इसके महत्त्व का पता लगता है या किसी के द्वारा समझाने, प्रेरित करने पर रक्तदान के लिए तैयार होता है।
रक्त बूँद
एक जीवित बूँद
मचलती
स्पन्दन करती
जीवन रचती
यौवन भरती
लाल-लाल रक्ताभ एक जीवित बूँद।
स्वैच्छिक घटती
क्षण में भरती
पुलकित करती
एक नवीन बूँद।
रक्तधाम से टपकती
खुली सीप में गिरती
सुन्दर मोती बनती
लाल रक्त बूँद।
मोती-मोती माला
जीवन में ढलती
जीवन से उठकर
जिन्दगी बदलती
एक जीवन्त बूंद
एक परोपकारी बूँद।
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