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चमत्कारिक दिव्य संदेश
चमत्कारिक दिव्य संदेश
प्रकाशक :
भारतीय साहित्य संग्रह |
प्रकाशित वर्ष : 2016 |
पृष्ठ :169
मुखपृष्ठ :
ईपुस्तक
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पुस्तक क्रमांक : 9682
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आईएसबीएन :9781613014530 |
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4 पाठकों को प्रिय
139 पाठक हैं
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सम्पूर्ण विश्व में भारतवर्ष ही एक मात्र ऐसा देश है जो न केवल आधुनिकता और वैज्ञानिकता की दौड़ में शामिल है बल्कि अपने पूर्व संस्कारों को और अपने पूर्वजों की दी हुई शिक्षा को भी साथ लिये हुए है।
सुभाषित
निम्न
श्रेणी के लोग किसी विघ्न की आशंका करके कार्य का आरम्भ ही नहीं करते।
मध्यम
कोटि के लोग कार्य तो प्रारम्भ करते हैं, किन्तु यदि बीच में विघ्न आ जाए
तो उस कार्य को अधूरा ही छोड़ देते हैं।
उत्तम
योग्यता के लोग विघ्नों से बार-बार सताये जाने पर भी प्रारम्भ किये कार्य
को अधूरा नहीं छोड़ते।
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