व्यवहारिक मार्गदर्शिका >> चमत्कारिक दिव्य संदेश चमत्कारिक दिव्य संदेशउमेश पाण्डे
|
4 पाठकों को प्रिय 139 पाठक हैं |
सम्पूर्ण विश्व में भारतवर्ष ही एक मात्र ऐसा देश है जो न केवल आधुनिकता और वैज्ञानिकता की दौड़ में शामिल है बल्कि अपने पूर्व संस्कारों को और अपने पूर्वजों की दी हुई शिक्षा को भी साथ लिये हुए है।
इन्हें ग्रहण करें और सफल बनें
1. काम में सदैव व्यस्त रहो।
2. बहुत कम बोलो।
3. कभी-कभी न बोलना भी सीखो।
4. अपनी गलती को स्वीकार करो।
5. व्यवहारिक बनो।
6. सबकी राय लेकर ही निर्णय लो।
7. सबको सम्मान से बुलाओ।
8. जरूरत न हो उसकी खरीदी मत करो।
9. सोचो फिर बोलो।
10. चिन्ता करने से परिस्थितियों बेहतर नहीं होती है।
11. आज का दिन बहुत अच्छा होगा। आज के दिन हम खुश रहेंगे। सदा ऐसी भावना करो।
¤ ¤
|