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हिंदी के व्याकरण को अधिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
कर्मवाच्य के प्रयोग स्थल
(क) जब आप को स्वयं पता न हो कि निश्चित रूप से कर्ता कौन है या आपको
पता तो हो पर भयवश, संकोचवश या अन्यथा बताना नहीं चाहते। जैसे —
डाकपेटी में चिट्ठी डाल दी गई है।
उसकी घड़ी मेज पर से चुरा ली गई है।
(ख) जब आपने स्वयं किया है, किंतु वह अचानक बिना आपके चाहे हुआ हो,
जैसे—
शीशा गिर गया और टूट गया।
शीशे का गिलास टूट गया।
(ग) (ग) जब कर्ता कोई स्वतंत्र रूप से व्यक्ति न हो बल्कि कोई व्यवस्था या
तंत्र (सभा, समिति, सरकार आदि) हो, जहाँ व्यक्ति ने जो किया है, वह व्यक्तिगत
रूप से नहीं किया है बल्कि पदेन किया है:
सरकार द्वारा गरीबों के लिए बहुत से काम किए जा रहे हैं।
आपको सूचित किया जाता है कि...
दंगाग्रस्त लोगों की आर्थिक सहायता पार्टी द्वारा की जा रही है।
(घ) सूचना विज्ञप्ति आदि में जहाँ कर्ता निश्चित् नहीं है, जैसे —
पटरी पार करने वालों को सजा दी जाएगी।
(ङ) असमर्थता बताने के लिए नहीं के साथ, जैसे —
अब अधिक दूध नहीं पिया जाता।
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