शब्द का अर्थ
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अवभास :
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पुं० [सं० अव√भास् (चमकना)+घञ्] १. ज्ञान या उसका प्रकाश। २. केवल आभास के रूप में होनेवाला मिथ्या ज्ञान। |
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समानार्थी शब्द-
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अवभासक :
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वि० [सं० अव√भास्+णिच्+ण्वुल्-अक] अवभास या बोध करानेवाला। |
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अवभासन :
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वि० [सं० अव√भास्+ल्युट्-अन] [वि० अवभासनीय, भू० कृ०-अवभासित] १. प्रकाशन। चमकना। २. ज्ञान। बोध। ३. प्रकट होना। खुलना। |
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अवभासित :
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भू० कृ० [सं० अव√भास्√णिच्+क्त] १. जो अवभास के रूप में ज्ञात हुआ हो। प्रतीत या लक्षित। २. चमकना या चमकाया हुआ। |
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अवभासिनी :
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स्त्री० [सं० अव√भास्+णिनि-ङीष्] शरीर के ऊपर की चमड़े की पतली झिल्ली। |
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