शब्द का अर्थ
|
कुडंग :
|
पुं० [सं०√कुड्+अङच्] निकुंज। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़ :
|
पुं० [सं० कुष्ठ, पा० कुट्ठ] कुट या कूट नामक ओषधि। पुं० [सं० कूट] ढेर। राशि। पुं० [सं० कुड़] १. कुंड। २. हल में का जाँघा। अगवाँसी। पुं० =कुक्कुट। उदाहरण—सेही सियाल लंगूर बहु, कुड कर्दम भरि तर रहिय।—चन्दबरदाई। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़क :
|
स्त्री० [फा० कुरक] ऐसी मुरगी जो अंडे न देती हो या अन्डे देना बन्द कर दे। वि० खाली। रहित। मुहावरा—कुड़क बोलना=निरर्थक या व्यर्थ हो जाना। वि०=कुरक या कुर्क।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़कना :
|
अ० [हिं० कुड़क] मुरगी का अंडा देना बंद करना। अ०=कुड़बुड़ाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़कुड़ :
|
अ० [अनु] पशु-पक्षियों को खेतों आदि से भगाने का एक निरर्थक शब्द। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़कुड़ाना :
|
अ० [अनु] मन-ही-मन खींचकर अस्पष्ट रूप से बड़बड़ाना। कुड़बुड़ाना। स० कुड़-कुड़ शब्द करके पक्षियों आदि को खेतों से भगाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़कुड़ी :
|
स्त्री० [अनु] १. भूख आदि के कारण पेट में होनेवाली गुड़गुड़ाहट या विकलता। २. कोई बात जानने के लिए मन में होनेवाली उत्सुकता-पूर्ण विकलता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़प :
|
पुं० =कुड़व। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़पना :
|
स० [हिं० कुंड=हल की लकीर] कँगनी के खेत को उस समय जोतना जब फसल थोड़ी उग आये। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़बुड़ाना :
|
अ० [अनु] खिन्न या रुष्ट होने पर मन-ही-मन कुढ़ते हुए कुछ अस्पष्ट शब्द करना। बड़बड़ाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़रिया :
|
स्त्री०=कुड़री। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़री :
|
स्त्री० [सं० कुंडली] १. ईडुरी। २. तीन ओर से जल से घिरी हुई जमीन। ३. दे० ‘कुंडली’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़ल :
|
स्त्री० [सं० कुंचन] १. शरीर के किसी भाग में नस पर नस चढ़ जाने के कारण होने वाला तनाव और पीड़ा। नस पर नस चढ़े होने की स्थिति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़व :
|
पुं० [सं०√कुंड् (मापना)+कवन्, नलोप] १. अन्न मापने का एक पुराना मान जिसमें पाव भर के लगभग अन्न आता है। २. उक्त मान का पात्र। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़ा :
|
पुं० [सं० कुटज] इद्रजौ का वृक्ष। कुरैया। पुं० =कुढ़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़ाली :
|
स्त्री० [सं० कुठारी] कुल्हाड़ी। (लश०)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़ि :
|
पुं० [सं०√कुट्+इन्व] शरीर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़िला :
|
स्त्री० [सं०√कुड्+इलच्, टाप्] पानी पीने या रखने का बरतन। जल-पात्र। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुड़ी :
|
स्त्री० [पं०] दे० ‘लड़की’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |