शब्द का अर्थ
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जर्जर :
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वि० [सं०√जर्ज (झिड़कना)+अरन्] १. (वस्तु) जो पुरानी हो जाने के कारण या अधिक उपयोग में आने के कारण कमजोर तथा बेकाम हो चली हो। जैसे–जर्जर मकान या जर्जर वस्त्र। २. लाक्षणिक अर्थ में कोई चीज या बात जिसका महत्त्व या मान पुराने पड़ने के कारण बहुत कम हो गया हो। जैसे–ये साहित्यिक परम्पराएँ अब जर्जर हो चुकी हैं। ३. खंडित। टूटा-फूटा। ४. वृद्ध। बुड्ढा। पुं० छरीला। पत्थर फूल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
जर्जराना :
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स्त्री० [सं० जर्जर-आनन,ब०स०] कार्तिकेय की अनुचरी एक मातृका का नाम। |
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समानार्थी शब्द-
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जर्जरित :
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वि० [सं० जर्जर+णिच्+क्त] जर्जर किया हुआ। |
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