शब्द का अर्थ
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धन्यमन्य :
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वि० [सं० धन्य√मन् (मानना)+खश्, मुम्] अपने को धन्य या भाग्यशाली माननेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धन्य :
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वि० [सं० धन+यत्] [स्त्री० धन्या] [भाव० धन्यता] १. जिसमें कोई ऐसी बहुत बड़ी योग्यता विशेषता हो, जिसके कारण सब लोग उसका अभिनन्दन और प्रशंसा करें। अच्छे काम करने वाला और पुण्यवान। सुकृति। २. कृतार्थ। जैसे—आपके इस कुटिया में पधारने से हम धन्य हुए। ३. धन देने वाला। धनद। पुं० १. विष्णु। २. नास्तिक। ३. धनिया। ४. अश्वकर्ण वृक्ष। |
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धन्यता :
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स्त्री० [सं० धन्य+तल्—टाप्] धन्य होने की अवस्था या भाव। |
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धन्य-वाद :
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पुं० [सं० ष० त०] १. किसी को धन्य कहना या मानना। प्रशंसा। वाह-वाही। साधुवाद। २. एक प्रकार का औपचारिक या हार्दिक कथन जिसमें किसी के प्रति उसके द्वारा किये हुए अनुग्रह, कृपा आदि के लिए कृतज्ञता का भाव निहित होता है। जैसे—(क) आपका पत्र मिला; एतदर्थ धन्यवाद। (ख) इस उपहार के लिए धन्यवाद। |
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धन्या :
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स्त्री० [सं० धन्य+टाप्] १. वन-देवी। २. उप-माता। विमाता। ३. ध्रुव की पत्नी जो मनु की कन्या थी। ४. धनिया। ५. छोटा आँवला। वि० स्त्री० ‘धन्य’ का स्त्री रूप। |
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धन्याक :
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पुं० [सं०√धन्+आकन, नि० सिद्धि] धनिया। |
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