शब्द का अर्थ
|
नहँ :
|
पुं० [देश०] उत्तर प्रदेश में होनेवाला एक प्रकार का बढ़िया चावल। पुं०=नख (नाखून)। अव्य०=नहीं।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नह :
|
पुं०=नख (नाखून)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहछू :
|
पुं० [सं० खक्षौर] १.एक प्रथा जिसमें विवाह से पहले वर के बाल, नाखून आदि काटे जाते हैं और उसे मेंहदी आदि लगाई जाती है। २. द्वार-पूजा के बाद की एक रीति जिसमें कन्या के नाखून काटे जाते हैं और उसे नहलाया जाता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहट्टा :
|
पुं० [हिं० नहँ=नाखून] नख-क्षत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहन :
|
पुं० [हिं० नाँधना] मोट या पुरवट खींचने की मोटी रस्सी। नार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहना :
|
स० [हिं० नाँधना] १. नाधना। २. बैलों आदि को हल में जोतना। ३. किसी को काम में लगाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहन्नी :
|
स्त्री०=नहरनी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहर :
|
स्त्री० [फा०] [वि० नहरी] १. सिंचाई और यातायात के निमित्त बनाया हुआ कृत्रिम जल-मार्ग। २. कोई ऐसी नाली जिसमें से द्रव पदार्थ चलता या बहता हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहरनी :
|
स्त्री० [हिं० नँह=नख] १. नाखून काटने का धारदार एक छोटा उपकरण। २. उक्त के आकार जैसा एक उपकरण जिससे पोस्ते की ढोंढी चीरते हैं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहरम :
|
स्त्री० [देश०] एक तरह की मछली। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहरी :
|
वि० [फा० नहर+हिं० ई (प्रत्य०) नहर संबंधी। नहर का। जैसे–नहरी पानी। स्त्री० वह जमीन जिसकी सिंचाई नहर के पानी से होती हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहरुआ :
|
पुं०=नारू (रोग)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहरू :
|
पुं०=नारू (रोग)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहला :
|
पुं० [हिं० नौ] ताश का वह पत्ता जिसमें नौ बूटियाँ होती हैं। पुं० [?] धातु, लकड़ी आदि का करनी की तरह का एक औजार जिससे राज मिस्तरी, दीवारों पर बेल-बूटे का काम बनाने में सहायता लेते हैं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहलाई :
|
स्त्री० [हिं० नहलाना+ई] १. नहलाने की क्रिया या भाव। २. नहलाने के बदले में मिलनेवाला पारिश्रमिक या पुरस्कार। ३. नहलानेवाली दाई या दासी। जैसे–खिलाई, दाई, और नहलाई अलग अलग नियुक्त थीं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहलाना :
|
स० [हिं० नहाना का स० रूप] [भाव० नहलाई] किसी को नहाने में प्रवृत्त करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहवाना :
|
स०=नहलाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहस :
|
वि० [अ० नह्स] अमांगलिक। अशुभ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहसुत :
|
पुं० [सं० नख+सूत्र] नख की रेखा। नखक्षत। पुं० [सं० नख (वृक्ष)] पलास की तरह का एक पेड़। फरहद। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहाँ :
|
पुं० [सं० नख, हिं० नँह] १. पहिए के ठीक बीच का वह गोल छेद जिसमें धुरी पहनाई जाती है। २. घर के आगे का आंगन। ३. नख। नाखून। वि० नहँ अर्थात् नाखूनोंवला या नाखूनों की तरह का। जैसे–बघनहाँ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहान :
|
पुं० [हिं० नहाना] १. नहाने की क्रिया या भाव। २. नहाने का शुभ अवसर या पर्व। जैसे–छठी का नहान, संक्रांति का नहान। ३. किसी शुभ अवसर पर बहुत से लोगों का एक साथ नहाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहाना :
|
अ० [सं० स्नान, प्रा० हारण, बुँदे० हनाना] १. खुले जल से पूरे शरीर को तर करना और धोना। स्नान करना। विशेष–(क) शरीर को स्वच्छ रखने के निमित्त नहाया जाता है। (ख) नहाने से आलस्य और थकान दूर होती है। पद–दूधों नहाओ पूतों फलो=धन और परिवार से समृद्ध होओ। (आर्शीवाद)। २. रजोधर्म से निवृत्त होने पर स्त्री का स्नान करना। ३. किसी तरल पदार्थ से शरीर का लथ-पथ होना। जैसे–पसीने या लहू से नहाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहानी :
|
स्त्री० [हिं० नहाना] १. रजस्वला स्त्री, जिसे चौथे दिन नहाकर शुद्ध होना पड़ता है। २6. स्त्री के रजस्वला होने की स्थिति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहार :
|
वि० [सं० निराहार से फा० नाहार] १. निराहार। २. बासी मुँह। मुहा०—नहार तोड़ना=सबेरे के समय जलपान या हल्का भोजन करना। नहार रहना=निराहार या भूखे रहना। पद–नहार मुँह=सबेरे के समय बिना कुछ खाये या जलपान किये। जैसे–नहार मुँह उठकर चल पड़े थे। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहारी :
|
स्त्री० [हिं० नहार] १. वह हल्का भोजन जो एक दिन निराहार रहने पर दूसरे दिन बासी मुँह किया जाता है। २. जलपान। नाश्ता। ३. वह धन जो नौकरों-मजदूरों आदि को जलपान कराने के बदले में दिया जाता है। ४. घोड़ों को खिलाया जाने वाला गुड़ मिला हुआ आटा। ५. एक प्रकार का शोरबेदार गोश्त। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहिं :
|
अव्य०=नहीं।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहिअन :
|
पुं० [हिं० नहँ=नख] पैर की छोटी उँगली में पहनने का बिछिया के आकार का एक गहना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहिक :
|
वि० [सं० नहि=नहीं+हिं० क (प्रत्य०)] १. अस्वीकृत करने या न माननेवाला। नहीं कहने या करनेवाला। नकारात्मक। २. जिसमें किसी विशेष वस्तु का अभाव हो। किसी विशिष्ट वस्तु, तत्त्व या बात से रहित। ३. जो किसी तत्त्व या बात का अवरोधक,बाधक या मारक हो। ४. (प्रतिकृति या मूर्ति) जिसमें मूल की छाया के स्थान पर प्रकाश और प्रकाश के स्थान पर छाया हो। सहिक का विपर्याय। (अपोजिट; उक्त सभी अर्थों के लिए) पुं० १. वह कथन या बात जिसमें कोई दूसरी बात न मानी गई हो या किसी बात से इनकार किया गया हो। असम्मति सूचक बात। २. किसी विषय, निश्चय आदि का वह अंश, अंग या पक्ष जिसमें उसके सहिक या सकारात्मक पक्ष का खंडन या विरोध हो। ३. किसी की वह प्रतिकृति या मूर्ति जिसमें मूल की छाया के स्थान पर प्रकाश और प्रकाश के स्थान पर छाया हो। ४. छाया-चित्र में वह शीशा जिस पर किसी वस्तु का उलटा प्रतिबिंब या आकृति अंकित होती है और जिससे कागज पर उसकी सही प्रतियाँ छापी जाती हैं। ‘सहिक’ का विपर्याय। (नेगिटिव, उक्त सभी अर्थों के लिए) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहियाँ :
|
स्त्री० दे० ‘नहिअन।’ |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहिरनी :
|
स्त्री०=नहरनी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहीं :
|
अव्य० [सं० नहि] एक अव्यय जिसका प्रयोग असहमति अस्वीकृति, विरोध आदि प्रकट करने के लिए होता है। मुहा०—नहीं तो=अमुक काम या बात न होने पर। अन्य या विपरीत अवस्था में। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहुष :
|
पुं० [सं०√नह् (बन्धन)+उषच्] १. अयोध्या के एक इक्ष्वाकु वंशी राजा जो अंबरीष का पुत्र और ययाति का पिता था। महाभारत में इसे चंद्रवंशी आयु राजा के पुत्र कहा गया है। २. एक प्राचीन ऋषि जो मनु के पुत्र कहे गये हैं और जो ऋग्वेद के कुछ मंत्रों के द्रष्टा हैं। ३. एक नाग का नाम। ४. कुशिक वंशी एक ब्राह्मण राजा का नाम। ५. वैदिक काल के एक राजर्षि। ६. पुराणानुसार एक मरुत का नाम। ७. विष्णु का एक नाम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहुषाख्य :
|
पुं० [सं० नहुष-आख्या, ब० स०] तगर पुष्प। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहुषात्मज :
|
पुं० [सं० नहुष-आत्मज्, ष० त०] ययाति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहूर :
|
स्त्री० [देश०] एक तरह की तिब्बती भेंड़। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
नहूसत :
|
स्त्री० [अ०] नहस या मनहूस होने की अवस्था या भाव। मनहूसियत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |