शब्द का अर्थ
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पुट्ठा :
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पुं० [सं० पृष्ठ] १. कमर के पास का चूतड़ का ऊपरी भाग। २. चौपाये, विशेषतः घोड़े का चूतड़। मुहा०—पुट्ठे पर हाथ न रखने देना=(क) चंचलता और तेजी के कारण सवार को पास न आने देना। (घोड़ों के लिए) (ख) अपना दोष छिपाने के लिए चतुर व्यक्ति का कौशलपूर्वक कोई ऐसी बात न होने देना जिससे वह पकड़ में आ सके। ३. उक्त अंग पर का चमड़ा जो अपेक्षया अधिक मजबूत होता है। (मोची) ४. घोड़ों की संख्या का सूचक शब्द। रास। जैसे—इस साल उसने चार पुट्ठे खरीदे हैं। ५. किसी पुस्तक की जिल्द या मोटाई का वह पिछला भाग, जिसके अन्दर उसकी सिलाई रहती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुट्ठा :
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पुं० [सं० पृष्ठ] १. कमर के पास का चूतड़ का ऊपरी भाग। २. चौपाये, विशेषतः घोड़े का चूतड़। मुहा०—पुट्ठे पर हाथ न रखने देना=(क) चंचलता और तेजी के कारण सवार को पास न आने देना। (घोड़ों के लिए) (ख) अपना दोष छिपाने के लिए चतुर व्यक्ति का कौशलपूर्वक कोई ऐसी बात न होने देना जिससे वह पकड़ में आ सके। ३. उक्त अंग पर का चमड़ा जो अपेक्षया अधिक मजबूत होता है। (मोची) ४. घोड़ों की संख्या का सूचक शब्द। रास। जैसे—इस साल उसने चार पुट्ठे खरीदे हैं। ५. किसी पुस्तक की जिल्द या मोटाई का वह पिछला भाग, जिसके अन्दर उसकी सिलाई रहती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |