शब्द का अर्थ
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ललिता :
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स्त्री० [सं० ललित+टाप्] १. पार्वती का एक नाम। २. एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में तगण, जगण और रगण होते हैं। ३. संगीत में एक प्रकार की रागिनी जो दामोदर और हनुमत के मत से मेघराग की और सोमेश्वर के मत से वसंत राग की पत्नी है। ४. राधिका की मुख्य सखियों में से एक। ५. कस्तूरी। |
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ललिताई :
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स्त्री० =लालित्य। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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ललिता-पंचमी :
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स्त्री० [सं० मध्य० स०] आश्विन् महीने की शुक्ला पंचमी जिसमें ललिता देवी (पार्वती) की पूजा होती है। |
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ललितार्थ :
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वि० [सं० ललित-अर्थ, ब० स०] श्रृंगार रस प्रधान (रचना)। |
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ललिता-षष्ठी :
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स्त्री० [सं० मध्य० स०] भाद्र कृष्ण षष्ठी जिस दिन स्त्रियाँ पुत्र की कामना से या पुत्र के हितार्थ ललिता देवी (पार्वती) का पूजन और वृत करती हैं। |
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ललिता-सप्तमी :
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स्त्री० [सं० मध्य० स०] भादों सुदी सप्तमी। भाद्रशुक्ल सप्तमी। |
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