शब्द का अर्थ
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लेप :
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पुं० [सं० लिप् (लीपना)+घञ्] १. गीली या घोली हुई वस्तु जो किसी दूसरी चीज पर पोती जाने को हो। २. इस प्रकार पोती हुई वस्तु की परत। क्रि० प्र०—चढ़ाना।—लगाना। ३. शरीर पर लगाया जानेवाला उबटन। बटना। ४. लगाव। संपर्क। |
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लेपक :
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वि० [सं०√लिप्+ण्वुल्-अक] लेप करने अर्थात् पोतने या लगानेवाला कारीगर। पुं० १. चूना छूनेवाला मिस्तरी। ३. साँचा बनानेवाला कारीगर। |
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लेप-कामिनी :
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स्त्री० [सं० मध्य० स०] साँचे में ढली हुई स्त्री की मूर्ति। |
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लेपकार :
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वि० पुं० [सं० लेप√कृ (करना)+अण्]=लेपक। |
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लेपन :
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पुं० [सं०√लिप्+ल्युट—अन] [वि० लेपिता, लेप्य, लिप्त] १. लेप लगाना। २. चूना छूना। |
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लेपना :
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स० [सं० लेपन] पतले या गाढ़े घोल में उँगलियों कूची या पुचारा भिगोकर किसी अंग दीवार, छत, चूल्हे-चौके या और किसी पदार्थ पर इस प्रकार फेरना या लगाना कि उस पर उक्त घोल की एक परत चढ़ या जम जाय। लीपना। |
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लेपनीय :
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वि० [सं०√लिप्+अनीयर्] जो लेप के रूप में लगाया जा सके या लगाया जाने को हो। |
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लेपी (पिन्) :
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वि० [सं०√लिप्+णिनि] लेप करनेवाला। पुं०=लिपिक। |
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लेप्य :
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वि० [सं०√लिप्+ण्यत्] १. जो लेप के रूप में लगाया जा सकता हो। २. जिस पर लेप लगाया जा सकता हो। ३. साँचे में ढाले-जाने के योग्य। |
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लेप्य-नारी :
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स्त्री० [सं० कर्म० स०] १. वह स्त्री जिसने चंदन आदि का लेप लगाया हो। २. पत्थर या मिट्टी की बनी हुई स्त्री की प्रतिकृति या मूर्ति। |
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लेप्टिनेट :
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वि० [अं०] (अधिकारी) जो किसी दूसरे अधिकारी से पद में कुछ घटकर हो तथा विशिष्ट अवसरों पर उसका प्रतिनिधित्व करता हो और उसकी अनुपस्थिति में उसके सब अधिकार ग्रहण करता हो। जैसे—लेफ्टिनेंट-गवर्नर, लेफ्टिनेन्ट कर्नल। पुं० १. एक सैनिक पद जो कप्तान के पद से घटकर होता है। २. उक्त पद पर काम करनेवाला अधिकारी। |
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