शब्द का अर्थ
|
वाच् :
|
स्त्री० [सं०√वच् (बोलना)+क्विप्] वाचा। वाणी। वाक्य। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वाच्य :
|
वि० [सं०√वच्+ण्यत्] १. जो वाचा के रूप में आता हो या आ सकता हो। जो कहा जा सके या कहे जाने के योग्य हो। २. शब्द की अभिधा शक्ति के द्वारा जिसका बोध होता हो या हो सकता हो। अभिधेय। ३. जिसे लोग बुरा कहते हों। कुत्सित। निन्दनीय। बुरा। पुं० वाचक शब्द का अर्थ। वाच्यार्थ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वाच्यता :
|
स्त्री० [सं० वाच्य+तल्+टाप्] १. ‘वाच्य’ होने की अवस्था या भाव। २ निंदा। ३. बदनामी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वाच्यत्व :
|
पुं० [सं० वाच्य+त्व]=वाच्यता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वाच्यार्थ :
|
पुं० [सं०] वाचक का अर्थ। अभिधेयार्थ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वाच्यावाच्य :
|
पुं० [सं०] १. कही जाने के योग्य बात और न कही जाने के योग्य बात। २. किसी अवसर पर अथवा किसी व्यक्ति से कहने और न कहने योग्य बातें। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |