शब्द का अर्थ
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विक्षोभ :
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पुं० [सं० वि√क्षुभ् (अधीर होना)+घञ्] १. विशेष रूप से होनेवाला क्षोभ। उद्विग्नता। २. किसी अशुभ या अनिष्ट घटना के कारण मन में होनेवाला ऐसा विकार जो क्रुद्ध या दुःखी कर दे। ३. उथल-पुथल। |
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समानार्थी शब्द-
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विक्षोभण :
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पुं० [सं० वि√क्षुभ्+ल्युट-अन] [भू० कृ० विक्षोभित] क्षोभ उत्पन्न करने की क्रिया या भाव। |
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विक्षोभित :
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भू० कृ० [सं० वि√क्षुभ्+क्त]=विक्षुब्ध। |
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विक्षोभी (भिन्) :
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वि० [सं० वि√क्षुभ्+णिनि, दीर्घ, न-लोप] [स्त्री० विक्षोभिणी] क्षोभ उत्पन्न करनेवाला। क्षोभकारी। |
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