शब्द का अर्थ
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सुदर्शन :
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वि० [सं०] [स्त्री० सुदर्शना] १. जो देखने में बहुत अच्छा और भला लगे। २. जिसके दर्शन सरलता से होते हों या हो सकते हों। पुं० १.विष्णु के हाथ का चक्र। २. शिव। ३. एक प्रकार का पौधा और उसके फूल। ४. वैद्यक में, एक प्रकार का चूर्ण जिसका प्रयोग विषम ज्वर में होता है। ५. कबीर पंथियों के अनुसार एक श्वपच भक्त जो कबीर का शिष्य था। ६. सुमेरु पर्वत। ७. इन्द्र की पुरी, अमरावती। ८. वर्तमान अवसर्पिणी के अठारहवें अर्हत के पिता का नाम (जैन)। ९. जैनों के नौ बलदेवों में से एक। १॰. दधीचि का एक पुत्र। ११. भरत का एक पुत्र। १२. मछली। १३.एक प्रकार की संगीत रचना। १४. जामुन। १५. जंबूद्वीप। १६. गिद्ध। १७. संन्यासियों का एक दंड जिसमें छः गाँठे होती हैं। १८. सोमलता। १९. मदनमस्त नामक पौधा और उसका फूल। |
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समानार्थी शब्द-
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सुदर्शन-पाणि :
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पुं० [सं० ब० स०] विष्णु जिनके हाथ में सुदर्शन नामक चक्र रहता है। |
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सुदर्शना :
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स्त्री० [सं०] १.सुन्दरी स्त्री। रूपवती नारी। १.इन्द्र की पुरी, अमरावती। ३. शुक्ल पक्ष की रात। ४. एक प्रकार की मदिरा। ५. कमलों का सरोवर। ६. सोमलता। ७. जामुन का पेड़। ८. आज्ञा। आदेश। वि० सं० ‘सुदर्शन’ का स्त्री। |
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सुदर्शनी :
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स्त्री० [सं०] इन्द्र की पुरी, अमरावती। |
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