शब्द का अर्थ
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उज्ज्वल :
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वि० [सं० उद्√ज्वल् (दीप्ति)+अच्] [भाव० उज्ज्वलता] १. जो जलकर प्रकाश दे रहा हो। २. चमकीला। प्रकाशमान। प्रदीप्त। ३. कांतिमान और सुंदर। ४. निर्मल। स्वच्छ। ५. सफेद। पुं० १. स्वर्ण। सोना। २. प्रेम। मुहब्बत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उज्ज्वलता :
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स्त्री० [सं० उज्ज्वल+तल्-टाप्] उज्ज्वल होने की अवस्था या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उज्ज्वलन :
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पुं० [सं० उद्√ज्वल्+ल्युट्-अन] [भू० कृ० उज्ज्वलित] १. प्रज्वलित करने की क्रिया या भाव। जलाना। २. कीर्ति या प्रकाश से युक्त करना। ३. अच्छी तरह से साफ करके चमकाना। ४. अग्नि। आग। ५. स्वर्ण (सोना)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उज्ज्वला :
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स्त्री० [सं० उद्√ज्वल्+अ-टाप्] १. आभा। प्रभा। २. निर्मल होने की अवस्था या भाव। ३. एक प्रकार का छंद या वृत्त। |
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समानार्थी शब्द-
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उज्ज्वल :
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वि० [सं० उद्√ज्वल् (दीप्ति)+अच्] [भाव० उज्ज्वलता] १. जो जलकर प्रकाश दे रहा हो। २. चमकीला। प्रकाशमान। प्रदीप्त। ३. कांतिमान और सुंदर। ४. निर्मल। स्वच्छ। ५. सफेद। पुं० १. स्वर्ण। सोना। २. प्रेम। मुहब्बत। |
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उज्ज्वलता :
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स्त्री० [सं० उज्ज्वल+तल्-टाप्] उज्ज्वल होने की अवस्था या भाव। |
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पुं० [सं० उद्√ज्वल्+ल्युट्-अन] [भू० कृ० उज्ज्वलित] १. प्रज्वलित करने की क्रिया या भाव। जलाना। २. कीर्ति या प्रकाश से युक्त करना। ३. अच्छी तरह से साफ करके चमकाना। ४. अग्नि। आग। ५. स्वर्ण (सोना)। |
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स्त्री० [सं० उद्√ज्वल्+अ-टाप्] १. आभा। प्रभा। २. निर्मल होने की अवस्था या भाव। ३. एक प्रकार का छंद या वृत्त। |
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