शब्द का अर्थ
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ऊष्म :
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पुं० [सं०√भष्+मक्] १. गरमी। २. गरमी के दिन। ग्रीष्म ऋतु। ३. भाप। वि० गरम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊष्म-वर्ण :
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पुं० [कर्म० स०] व्याकरण में, उच्चारण के विचार से श, ष, और ह ये अक्षर या वर्ण। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊष्मा (ष्मन्) :
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स्त्री० [सं० √ऊष्+मनिन्] १. गरमी का मौसम। ग्रीष्म ऋतु। गरमी। २. गरम होने की अवस्था, गुण या भाव। ताप। ३. भाप। वाष्प। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ऊष्मायण :
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पुं० [सं० ऊष्म+फक्-आयन] ग्रीष्म ऋतु। |
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ऊष्म :
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पुं० [सं०√भष्+मक्] १. गरमी। २. गरमी के दिन। ग्रीष्म ऋतु। ३. भाप। वि० गरम। |
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ऊष्म-वर्ण :
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पुं० [कर्म० स०] व्याकरण में, उच्चारण के विचार से श, ष, और ह ये अक्षर या वर्ण। |
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ऊष्मा (ष्मन्) :
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स्त्री० [सं० √ऊष्+मनिन्] १. गरमी का मौसम। ग्रीष्म ऋतु। गरमी। २. गरम होने की अवस्था, गुण या भाव। ताप। ३. भाप। वाष्प। |
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ऊष्मायण :
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पुं० [सं० ऊष्म+फक्-आयन] ग्रीष्म ऋतु। |
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