शब्द का अर्थ
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पची :
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स्त्री०=पच्ची।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पचीस :
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वि० [सं० पंचविंशति,पा० पंचवीसति,अपभ्रंश,प्रा०पच्चीस] क्रम या गिनती में बीस से पाँच अधिक। पुं० उक्त की सूचक संख्या जो इस प्रकार लिखी जाती है।—२५। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पचीसवाँ :
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वि० [हिं० पचीस+वाँ (प्रत्य०)] क्रम या गिनती में पचीस के स्थान पर आने,पड़ने या होनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पचीसी :
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स्त्री० [हिं० पचीस] १. एक ही प्रकार की पचीस वस्तुओं का समूह। जैसे—बैताल पचीसी (पचीस कहानियों का संग्रह) २. व्यक्ति की आयु के आरंभिक २५ वर्षों का समय,जिसे व्यगंय से ‘गदह पचीसी’ भी कहते हैं। ३. गणना का वह प्रकार जिसमें पचीस चीजों की एक इकाई मानी जाती है। जैसे—अमरूद,आम आदि की गिनती पचीसी गाही (१२५ फलों) की होती है। ४. चौसर का वह खेल जो पासों के स्थान पर सात कौड़ियाँ फेंककर खेला जाता है और जिसमें दाँवों का संकेत चित्त और पट्ट पड़नेवाली कौड़ियों की संख्या के विचार से होता है। ५. चौसर खेलने की बिसात। |
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समानार्थी शब्द-
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