मूल्य रहित पुस्तकें >> उपयोगी हिंदी व्याकरण उपयोगी हिंदी व्याकरणभारतीय साहित्य संग्रह
|
|
हिंदी के व्याकरण को अधिक गहराई तक समझने के लिए उपयोगी पुस्तक
अध्याय 14
वाक्य विश्लेषण, वाक्य संश्लेषण और वाक्य स्थानांतरण
वाक्य विश्लेषण
सरल वाक्यों का विश्लेषण
पिछले अध्याय में बताया जा चुका है कि सरल वाक्य में समापिका क्रिया
(-क्रिया) अवश्यमेव होती है और सरल वाक्य के घटक कर्ता, कर्म, पूरक आदि होते
हैं। वहीं यह भी बताया गया है कि इनकी अभिव्यक्ति एक शब्द से हो सकती है और
अनेक शब्दों (पदबंध) से। वाक्य विश्लेषण में इन्हीं पदो या पदबंधों को, उनके
व्याकरणिक संबंधों का ध्यान रखते हे, पृथक-पृथक किया जाता है।
सरल वाक्य का सर्वप्रथम विभाजन उद्देश्य और विधेय इन दो खंडों में किया जाता
है। उद्देश्य वाक्य में वह अंश है, जिसके बारे में बताया जा रहा है। विधेय
वाक्य का वह अंश है, जिससे उद्देश्य के संबंध में कुछ बताया जा रहा है। सामने
वाले बड़े मैदान में वे चारों काले नेकर पहले बिल्कुल नया फुटबाल..., बहुत
अच्छा खेल रहे हैं। इस वाक्य में लड़कों (उद्देश्य) के संबंध में बताया जा
रहा है और यह बताया जा रहा है कि वे खेल रहे हैं (विधेय)। यहाँ रचनाएँ
विस्तार वाली हैं – उद्देश्य का विस्तार है (वे + चारों + काले नेकर पहने) और
विधेय का विस्तार है (सामने वाले बड़े मैदान में, बिल्कुल नया फुटबाल; बहुत
अच्छा)। इस विश्लेषण को इस तालिका से दिखाया जा सकता है।
ऊपर की तालिका समझाने के लिए शाखा-प्रखाओं में बाँट कर दी गई है।
कक्षा-अभ्यास, परीक्षा आदि में ऊपर शीर्षक, उपशीर्षक आदि देकर, खाए बनाए जाते
हैं और उन खानों में सरल-वाक्य के विश्लेषण से प्राप्त अंश दिए जाते हैं।
शीर्षक-उपशीर्षक आदि इस प्रकार होते हैं –
(क) उद्देश्य | (1) | मुख्य उद्देश्य पद (व्याकरणिक कर्ता) |
(2) | विस्तार | |
(ख) विधेय | (1) | क्रिया पद |
(2) | i. क्रिया विशेषणात्मक पद | |
ii. (उनका) विस्तार | ||
(3) | i. कर्म/पूरक | |
ii. (उनका) विस्तार | ||
(4) | i. अन्य कारकीय पद | |
ii. (उनका) विस्तार |
नीचे निम्नलिखित सरल वाक्यों का विश्लेषण उदाहरण रूप दिया जा रहा है –
1. मोहन हिंदी पढ़ने के लिए कल तुम्हारे घऱ आएगा।
2. मोहन की माँ इस समय पके-पके फल चाकू से काट रही है।
3. बस्ती के सारे बच्चे इस मैदान में शाम को गेंद खेलने के
लिए आते हैं।
4. महामना मालवीय जी ने बड़े प्रयत्नों से काशी हिंदू
विश्वविद्यालय की स्थापना की।
5. कौत्स ने आशीर्वाद लेने के लिए गुरु के चरणों को
अतिविनम्रता से झुककर पकड़ लिया।
उद्देश्य | |||||||||
विस्तार | मुख्य पद | विस्तार | मुख्य पद | विस्तार | मुख्य पद | विस्तार | मुख्य पद | क्रियापद | |
1. | मोहन | हिंदी | पढ़ने के लिए | तुम्हारे | घर | कल | आएगा। | ||
2. | मोहन की | माँ | चाकू से | पके-पके | फल | इस | समय | काट रही है। | |
3. | बस्ती के सारे | बच्चे | गेंद | खेलने के लिए | इस | मैदान में शाम को | आते हैं। | ||
4. | महामना जी | मालवीय ने | बड़े | प्रयत्नों से | हिंदू काशी विश्वविद्यालय की | स्थापना | की | ||
5. | कौत्स ने | आशीर्वाद | लेने के लिए | गुरु के | चरणों को | अति विनम्रता से | झुककर | पकड़ लिया |
|