कविता संग्रह >> कह देना कह देनाअंसार कम्बरी
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आधुनिक अंसार कम्बरी की लोकप्रिय ग़जलें
७५
आँख का काजल तुम्हारे पास है
आँख का काजल तुम्हारे पास है
पाँव की पायल तुम्हारे पास है
माँ की ममता बाँटने के वास्ते
प्यार का आँचल तुम्हारे पास है
बाँध कर धागा किसी के हाथ में
भाई का सम्बल तुम्हारे पास है
मातृ भाषा बोलता है हर कोई
आने वाला कल तुम्हारे पास है
सुख में, दुख में, आचमन के वास्ते
नेह गंगा जल तुम्हारे पास है
इस समय की, उस समय की, बात क्या
हर सदी का पल तुम्हारे पास है
जन्म लेते वीर तेरी कोख से
ऐसा बाहु-बल तुम्हारे पास है
खिलखिलाते फूल ये किलकारिया
ज़िन्दगी का फल तुम्हारे पास है
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