धर्म एवं दर्शन >> दिव्य संदेश दिव्य संदेशहनुमानप्रसाद पोद्दार
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इस समय मनुष्य-जाति की बुरी दशा हो रही है। पार्थिव प्रलोभनों की अधिकता से अभाव और अशान्ति की आग धधक उठी है।
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