| व्यवहारिक मार्गदर्शिका >> हौसला हौसलामधुकांत
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नि:शक्त जीवन पर लघुकथाएं
व्यवसाय
      वह प्राणी प्रतिदिन अंधे भिखारी के कटोरे में एक रुपये का सिक्का डालता और
      पांच का सिक्का उठा लेता।
भगवान तुम्हारा भला करे- सूरदास उसे मुक्तकण्ठ से आशीर्वाद देता।
एक रुपये का सिक्का खनखनाते हुए वह भगवान की प्रतिमा पर चढ़ा देता। लोगों की नजर में वह दानदाता बन जाता।
    
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