आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री की असंख्य शक्तियाँ गायत्री की असंख्य शक्तियाँश्रीराम शर्मा आचार्य
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गायत्री की शक्तियों का विस्तृत विवेचन
गोमयी
गौ माता के समान ही गायत्री है। हिंदू धर्म की चार शक्तियाँ गौ, गंगा, गीता और गायत्री मानी गई हैं। नदियों में जिस प्रकार गंगा की तुलना गायत्री से की जाती है उसी प्रकार पशुओं में गौमाता भी गायत्री रूप है। गायत्री उपासक के लिए गोदुग्ध का सेवन, गोमूत्र से स्नान, गोमय से लिपे हुए घर में निवास, गोघृत से हवन तथा गोचारण (गौओं को चराना) साधना में सफलता प्रदान करने वाला है। गायत्री शक्ति गोमयी है। गाय के शरीर में ओत-प्रोत है। गोपालन, गोसेवा भी गायत्री उपासना का ही एक अंग है।
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