कहानी संग्रह >> गल्प समुच्चय (कहानी-संग्रह) गल्प समुच्चय (कहानी-संग्रह)प्रेमचन्द
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गल्प-लेखन-कला की विशद रूप से व्याख्या करना हमारा तात्पर्य नहीं। संक्षिप्त रूप से गल्प एक कविता है
रानी-मैं उसके लिए अपना सर्वस्त्र त्यागने के लिए तैयार हूँ।
बादशाह-जागीर और मन्सब भी?
रानी-जागीर और मन्सब कोई चीज नहीं।
बादशाह-अपना राज्य भी।
बादशाह-एक घोड़े के लिए?
रानी-उस पदार्थ के लिए जो संसार में सबसे अधिक मूल्यवान है।
बादशाह-वह क्या है?
रानी-अपनी आन।
इस भाँति रानी ने एक घोड़े के लिए अपनी विस्तृत जागीर, उच्च राज्य-पद और राज सम्मान सब हाथ से खोया और केवल इतना ही नहीं, भविष्य के लिए काँटे बोये। इस घड़ी से अन्त दशा तक चम्पतराय को शान्ति न मिली।
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