उपन्यास >> गंगा और देव गंगा और देवआशीष कुमार
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आज…. प्रेम किया है हमने….
ठीक नौ महीने बाद
गंगा और देव की पुत्रवधू ज्ञानमती को भी गंगा की तरह सड़क पार वाले सामुदायिक केन्द्र में एडमिट कराया गया। कुछ क्षणों बाद ज्ञानमती ने एक पुत्र को जन्म दिया। इस पुत्र का नाम एक बार फिर से भगवान शंकर के नाम ‘रुद्रम्’ रखा गया।
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