लोगों की राय

कविता संग्रह >> कह देना

कह देना

अंसार कम्बरी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :165
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9580
आईएसबीएन :9781613015803

Like this Hindi book 3 पाठकों को प्रिय

278 पाठक हैं

आधुनिक अंसार कम्बरी की लोकप्रिय ग़जलें


१७

किसी के ख़त का बहुत इन्तिज़ार करते हैं


किसी के ख़त का बहुत इन्तिज़ार करते हैं
हमारी छत पे कबूतर नहीं उतरते हैं

ख़ुशी के, प्यार के, गुल के, बहार के लम्हे
हमें मिले भी तो पल भर हैं नहीं ठहरते

किसी तरफ से भी आओगे, हमको पाओगे
हमारे घर से सभी रास्ते गुज़रते हैं

ये जानता है समन्दर में कूदने वाला
जो डूबते हैं वही लोग फिर उभरते हैं

कहीं फ़साद, कहीं हादसा, कहीं दहशत
घरों से लोग निकलते हुये भी डरते हैं

ऐ ‘क़म्बरी’ नहीं इन्सानियत से प्यार जिन्हें
वहीं तो आये दिन झगड़ा फ़साद करते हैं

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book